HMPV Outbreak in China and Rising Cases in India Symptoms, Prevention Tips, and Essential Insights

COVID-19 महामारी के पांच वर्षों के पश्चात, चीन में ह्यूमन मेटाप्न्युमोवायरस (HMPV) के मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखी जा रही है। विभिन्न रिपोर्टों और सोशल मीडिया पोस्टों के अनुसार, अस्पतालों में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जिससे शवदाह गृहों पर भी दबाव बढ़ गया है। कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं का दावा है कि चीन में Influenza A, HMPV, Mycoplasma pneumoniae और COVID-19 जैसे कई वायरस एक साथ फैल रहे हैं।

हालांकि, चीन की सरकार की तरफ से आपातकाल की घोषणा की कोई आधिकारिक सूचना प्राप्त नहीं हुई है। HMPV के लक्षण सामान्य जुकाम के समान होते हैं और यह अक्सर ऊपरी श्वसन पथ को प्रभावित करता है। इसके अलावा, यह कभी-कभी निचले श्वसन संक्रमण का भी कारण बन सकता है। HMPV का प्रकोप मुख्यतः सर्दी और वसंत के मौसम में अधिक देखने को मिलता है।

What is HMPV?

HMPV (ह्यूमन मेटाप्न्युमोवायरस) एक श्वसन संक्रमण उत्पन्न करने वाला वायरस है, जो प्रायः ऊपरी श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। हालाँकि, यह कभी-कभी निचले श्वसन तंत्र में संक्रमण का कारण भी बन सकता है। यह वायरस 2001 में पहली बार पहचान में आया, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसे 1958 से पहले से ही ज्ञात किया गया था। HMPV का प्रकोप अधिकतर सर्दियों और वसंत के प्रारंभिक महीनों में होता है, और यह फ्लू जैसे अन्य श्वसन वायरस के समान व्यवहार करता है।

See also  How to Play Karnataka Day Satta Win with Strategies

Where Did HMPV Come From?

HMPV का उद्गम चीन में नहीं हुआ है, फिर भी वर्तमान में चीन में इसका प्रसार तीव्रता से हो रहा है। कोविड-19 महामारी के बाद, HMPV के मामले कई चीनी शहरों में बढ़ रहे हैं। सोशल मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, Influenza A, HMPV, Mycoplasma pneumoniae और Covid-19 एक साथ फैल रहे हैं, जिससे स्थिति अधिक गंभीर हो गई है। कुछ समाचार स्रोतों में यह कहा गया है कि चीन ने आपातकाल की स्थिति की घोषणा की है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी प्राप्त नहीं हुई है।

HMPV Cases in India

चीन में HMPV (हुमन मेटापेनेमोवायरस) के मामलों में वृद्धि के बाद, भारत में भी इसके कुछ गंभीर मामले सामने आए हैं। हाल ही में बेंगलुरु में HMPV के तीन मामलों की पहचान की गई। इनमें से एक आठ महीने का बच्चा अस्पताल में उपचाराधीन है, जबकि एक तीन महीने का बच्चा स्वस्थ होकर घर लौट चुका है। इसके अलावा, अहमदाबाद में भी एक दो महीने का बच्चा HMPV पॉजिटिव पाया गया है। ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर, भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिनका उद्देश्य इस वायरस के प्रसार को नियंत्रित करना है।

चीन में HMPV के फैलाव को देखते हुए, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर कई वीडियो और पोस्ट शेयर की गई हैं, जिनमें यह आरोप लगाया जा रहा है कि अस्पतालों में श्वसन संबंधी समस्याओं से पीड़ित व्यक्तियों की संख्या बढ़ रही है। इस गंभीर परिस्थिति को देखते हुए, भारत में भी HMPV के प्रसार के प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकताएँ बढ़ गई हैं।

See also  Android के लिए Google AdSense ऐप ने अगस्त 2021 में काम करना बंद कर दिया

How Does HMPV Spread?

HMPV, या हुमन मेटापनेयूमोवायरस, मुख्य रूप से श्वसन बूँदों के माध्यम से फैलता है। जब कोई व्यक्ति जो इससे संक्रमित है, खाँसता, छींकता या बातचीत करता है, तो यह वायरस हवा में फैल जाता है। इसके अतिरिक्त, यदि कोई व्यक्ति संक्रमित सतहों को छूता है और फिर अपनी आँखों, नाक या मुँह को छूता है, तो वायरस उसके शरीर में प्रवेश कर सकता है। इसके साथ ही, HMPV का फैलाव अन्य वायरस जैसे इन्फ्लूएंजा A और कोविड-19 द्वारा भी प्रभावित होता है, जिससे इसके संक्रामक होने की संभावना बढ़ जाती है। 


Symptoms of HMPV

  • खाँसी
  • बुखार
  • नाक बंद होना
  • गले में खराश
  • साँस लेने में कठिनाई

यह लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के 3 से 6 दिन बाद प्रकट होते हैं। गंभीर मामलों में, अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता उत्पन्न हो सकती है।

How to Differentiate HMPV from Common Cold?

HMPV के लक्षण सामान्य सर्दी के लक्षणों के समान होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह संक्रमण अधिक गंभीर हो सकता है। विशेष रूप से, पहली बार संक्रमित व्यक्तियों में लक्षण अधिक तीव्र हो सकते हैं, जबकि दोबारा संक्रमित होने पर लक्षण हल्के दिखाई दे सकते हैं।


Prevention Tips for HMPV

HMPV और अन्य श्वसन संबंधी संक्रमणों से बचने के लिए निम्नलिखित उपायों का पालन करें:

  1. अपने हाथो को सोप और पानी से 20 सेकंड तक धोना चाहिए।
  2. खाँसते या छींकते समय अपने मुँह और नाक को ढकें।
  3. ͏ बीमार व्यक्तियों के संपर्क से ͏बचें।
  4. भीड़-भाड़ वाले स्͏थानों में मास्क पहनें।͏
  5. बिना धोए हाथों से अ͏पनी आँखें,͏ नाक या मुँह को छूना से बचें।
See also  Android के लिए Google AdSense ऐप ने अगस्त 2021 में काम करना बंद कर दिया


Treatment and Vaccination for HMPV

वर्तमान में HMPV के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। उपचार मुख्यतः लक्षणों को कम करने पर केंद्रित होता है, जिसमें पर्याप्त जलयोजन बनाए रखना और ओवर-द-काउंटर दवाओं का उपयोग कर लक्षणों का प्रबंधन शामिल है। यदि लक्षण गंभीर हो जाएं, जैसे कि साँस लेने में कठिनाई या तीव्र खाँसी, तो तुरंत चिकित्सीय सहायता प्राप्त करें।

Conclusion

भारत में HMPV के मामलों में बढ़ोतरी और चीन में इसके फैलाव के मद्देनज़र, यह अत्यंत आवश्यक है कि हम इसके प्रसार को रोकने के लिए सतर्क रहें। सही जानकारी हासिल करें, अच्छे स्वच्छता मानकों का पालन करें, और यदि लक्षणों में वृद्धि होती है, तो तुरंत स्वास्थ्य देखभाल विशेषज्ञ से संपर्क करें।

Leave a Comment