आज इस आर्टिकल में बेसिक ऑफ़ 8085 माइक्रोप्रोसेसर के बारे में बताने वाले है जो इलेक्ट्रॉनिक प्रोग्रामेबल मशीन है। जिसमें एक ही चिप पर एर्थमैटिक लॉजिक यूनिट,रजिस्टर और कंट्रोल यूनिट होते हैं।यह स्ट्रक्शन या डाटा को मेमोरी से एक-एक करके लेता है फिर स्ट्रक्शन या डाटा के एक्सीक्यूट होने के बाद दूसरी स्ट्रक्शन को लेता है।
Table of Contents
एर्थमैटिक लॉजिक यूनिट(ALU)
एर्थमैटिक लॉजिक यूनिट सामान्यतया डिजिटल सर्किट होता है यह अर्थमैटिक ऑपरेशन(जोड़,बाकी,गुणा) के साथ-साथ लॉजिकल ऑपरेशन (एंड,ओर,नोट,रोटेट ) भी परफॉर्म करता है।
रजिस्टर (Register):
8085 माइक्रोप्रोसेसर में कई प्रकार के रजिस्टर होते हैं जो निम्न हे
जनरल परपज रजिस्टर्स (General Purpose Register)
8085 माइक्रोप्रोसेसर में 8 बिट के 6 जनरल परपज रजिस्टर होते हैं यह रजिस्टर क्रमश B,C,D,E,H & L द्वारा प्रदर्शित किए जाते हैं इन रजिस्टर को कुछ अलोव पेयर में भी यूज किये जाता है यह रजिस्टर पेयर B-C,D-E,H-L निम्न है।इन रजिस्टर को प्रोग्रामर अपनी प्रोग्रामिंग में यूज में लेता हे इसलिए इसे विजिबल रजिस्टर भी कहते हैं।
एक्युमुलेटर (Accumulator)
यह एक स्पेशल रजिस्टर है जो एर्थमैटिक लॉजिक यूनिट के पार्ट की तरह कार्य करता है यह भी 8 बिट का होता है अधिकांश अर्थमैटिक एंड लॉजिकल ऑपरेशंस एकमुलेटर के माध्यम से ही होते हैं, ए.ल.यू का रिजल्ट पुनः इसी रजिस्टर में आता है इस रजिस्टर को A द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
टेम्परेरी रजिस्टर (Temporary Register)
8085 मैं 8 बिट के तीन टेंपरेरी रजिस्टर क्रमशः टेंपरेरी, W, Z होते हैं यह रजिस्टर माइक्रोप्रोसेसर द्वारा ही प्रोसेसिंग के दौरान उपयोग में लिए जाते हैं।
इंस्ट्रक्शन रजिस्टर (Instruction Register)
यह भी 8 बिट का रजिस्टर होता है जो ली गयी स्ट्रक्शन को लोड करता है।
प्रोग्राम काउंटर क्या करता है (Program Counter)
यह 16 बिट का रजिस्टर होता है जो मेमोरी प्वाइंटर का कार्य करता है यह क्रमानुसार प्रोग्राम एग्जीक्यूशन पर नजर रखता है जैसे ही करंट लोकेशन की डाटा माइक्रोप्रोसेसर में लोड होती है वैसे ही प्रोग्राम काउंटर के कंटेंट नेक्स्ट लोकेशन को दर्शाने हेतु एक से बढ़ जाता है।
स्टैक प्वाइंटर क्या करता है (Stack Pointer)
यह भी 16 बिट का रजिस्टर है जो स्टैक मेमोरी के टॉप को प्रदर्शित करता है, जब इंस्ट्रक्शन या डाटा को स्टैक मेमोरी में पुश किया जाता है तो स्टैक प्वाइंटर के कंटेंट अगली टॉप को प्रदर्शित करने हेतु एक से घट जाते हैं।
पुश = स्टैक पॉइंटर -1
जब स्टैक मेमोरी से डाटा या इंस्ट्रक्शन पॉप की जाती है तब स्टैक के कंटेंट अगली टॉप को प्रदर्शित करने हेतु एक से बढ़ जाते हैं।
पॉप = स्टैक पॉइंटर +1
फ्लैग रजिस्टर (Flag Register)
फ्लैग रजिस्टर यह भी 8 बिट का रजिस्टर होता है जो 5 स्टेटस फ्लैग को प्रदर्शित करता है यह फ्लैग ए.ल.यू. द्वारा प्रोसेस किए गए करंट रिजल्ट के स्टेटस को प्रदर्शित करता है।
- D0 : यदि एम.एस.बी.(मोस्ट सिग्नीफिकेंट बिट) से कैरी उत्पन्न हो तो कैरी फ्लैग=1,नहीं तो कैरी फ्लैग=0
- D2 : यदि आंसर में एक की संख्या विषम हो तो पैरिटी फ्लैग =0 और सम हो तो पैरिटी फ्लैग =1
- D4 : यदि रिजल्ट में फोर्थ बिट (निबल)से कैरी उत्पन्न हो तो ऑक्सीलरी फ्लैग =1,नहीं तो ऑक्सीलरी फ्लैग =0
- D6 : यदि रिजल्ट जीरो हे तो जीरो फ्लैग =1, नही हे तो जीरो फ्लैग =0
- D7 =यदि रिजल्ट का साइन पॉजिटिव हे तो साइन फ्लैग =0 ,नेगेटिव हे तो साइन फ्लैग =1
कंटरोल यूनिट (Control Unit)
यह माइक्रोप्रोसेसर का मेन पार्ट होता है जैसा कि नाम से पता चल रहा है यह इंटरनल एंड एक्सटरनल यूनिट के लिए कंट्रोल सिग्नल उत्पन्न करता है।
माइक्रोप्रोसेसर का पिन डायग्राम (Pin Diagram of 8085)
X1-X2 (पिन 1और 2) :
इस पिन पर क्रिस्टल औक्सिलेटर द्वारा क्लॉक दी जाती है क्रिस्टल औक्सिलेटर की फ्रीक्वेंसी माइक्रोप्रोसेसर की फ्रीक्वेंसी से दुगनी होती है।
रिसेट आउट (पिन 3 ) :
जब माइक्रोप्रोसेसर द्वारा एक्सटर्नल यूनिट को रिसेट करना हो तो इस कंट्रोल सिग्नल उपयोग जाता है यह यह सिग्नल लॉजिक 1 द्वारा दिया जाता है।
सीरियल आउट डाटा (पिन 4) :
इस पिन द्वारा सीरियल डाटा ट्रांसमिट की जाती है।
सीरियल इन डाटा (पिन 5):
इस पिन द्वारा सीरियल डाटा रिसीव की जाती है।
वेक्टर इन्ट्रप्ट :
इस टाइप के इन्ट्रप्ट में माइक्रोप्रोसेसर, इन्ट्रप्ट के एड्रेस को जानता है।जैसे- ट्रैप, RST7.5, RST6.5, RST5.5
नॉन वेक्टर इन्ट्रप्ट :
इस टाइप के इन्ट्रप्ट में माइक्रोप्रोसेसर, इन्ट्रप्ट के एड्रेस नहीं जानता है।जैसे- INTR
नॉन मासकेबल :
इस टाइप के इन्ट्रप्ट को किसी बी इंस्ट्रक्शन द्वारा डिसेबल नहीं किया जा सकता मतलब ये इन्ट्रप्ट आ गया तो पहले ये हे एक्सेक्यूट होगा। जैसे -ट्रैप
मासकेबल :
इस टाइप के इन्ट्रप्ट को कुछ इंस्ट्रक्शन द्वारा डिसेबल किया जा सकता है।जैसे- RST7.5, RST6.5, RST5.5
ट्रैप (पिन 6) :
यह हाईएस्ट प्रायोरिटी का नॉन मासकेबल वेक्टर इंटरप्ट रिक्वेस्ट पिन है।इसका वेक्टर एड्रेस 0024 H है।यह सामान्यतया पावर फेलियर के केस में प्रयुक्त किया जाता है।
RST 7.5 (पिन 7) :
यह सेकंड हाईएस्ट प्रायोरिटी मासकेबल इन्ट्रप्ट रिक्वेस्ट पिन है।इसका वेक्टर एड्रेस 003C H होता है।
आर एस टी 6.5 (पिन 8) :
यह थर्ड हाईएस्ट प्रायोरिटी का मासकेबल इन्ट्रप्ट रिक्वेस्ट पिन है।इसका वेक्टर एड्रेस 0034 H होता है।
RST 5.5 (पिन 9) :
यह थर्ड हाईएस्ट प्रायोरिटी का मासकेबल इन्ट्रप्ट रिक्वेस्ट पिन है।इसका वेक्टर एड्रेस 002C H होता है।
INTR (आई एन टी आर) (इन्ट्रप्ट रिक्वेस्ट )(पिन 10) :
यह लोवेस्ट प्रायोरिटी का मासकेबल नॉन वेक्टर इन्ट्रप्ट रिक्वेस्ट पिन है।
आई एन टी ए (इन्ट्रप्ट एखनोव्लेद्गेमेंट)(पिन 11) :
यह लॉजिक 0 कण्ट्रोल सिग्नल हे क्योकि इस पर बार लग रहा हे इसलिए यह 0 से ऑपरेट होगा।जब माइक्रोप्रोसेसर द्वारा इंटरप्ट रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली जाती हे तब इस पिन द्वारा माइक्रोप्रोसेसर एखनोव्लेद्गेमेंटद्वारा जवाब देता है की मेने आपकी रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली है।
AD0-AD7 (पिन 12 से 19) :
इन 8 पिन पर लोअर एड्रेस और डाटा दोनों साथ साथ आती है।
ग्राउंड (पिन 20) :
इस पिन पर 5 वोल्ट डी.सी. का नेगेटिव टर्मिनल कनेक्ट किया जाता है।
A8-A15 (पिन 21 से 28) :
इस पिन द्वारा माइक्रोप्रोसेसर 8 बिट हायर एड्रेस देता है।
S0-S1 (पिन 29 और 33) :
इस पिन द्वारा माइक्रोप्रोसेसर के ऑपरेशन के करंट स्टेटस का पता लगाया जा सकता है।
ALE (एड्रेस लैच इनेबल )(पिन 30) :
यह कण्ट्रोल सिग्नल लोअर 8 बिट एड्रेस तथा डाटा को डीमल्टीप्लेक्स करने के लिए काम में लिया जाता है। जब AD0-AD7 पर एड्रेस आता हे तब ए एल इ =1 होता हे तथा जब डाटा आता हे तब ए एल इ =0 होगा।
WR (पिन 31) :
इस कण्ट्रोल सिग्नल द्वारा मेमोरी या इनपुट आउटपुट में राइट ऑपरेशन परफॉर्म किया जाता हे जब WR =0 होगा तब ही ये ऑपरेशन परफॉर्म होगा।
RD (पिन 32) :
इस कंट्रोल सिग्नल द्वारा मेमोरी या इनपुट से डाटा /स्ट्रक्शन रीड की जाती है।यह ऑपरेशन जब RD= 0 होगा तब ही ये ऑपरेशन परफॉर्म होगा।
IO/M (पिन 34) :
जब IO/M =0 तब ऑपरेशन मेमोरी से रिलेटेड होता हे मतलब रीड या राइट मेमोरी से ही होगा।इसी प्रकार जब IO/M=1 तब ऑपरेशन इनपुट आउटपुट से रिलेटेड होगा।
रेडी (पिन 35) :
जब रेडी =1 होगा तब माइक्रोप्रोसेसर इंस्ट्रक्शन को एक्सीक्यूट करेगा तथा जब रेडी =0 होगा तब माइक्रोप्रोसेसर वेट स्टेट में होगा।
रिसेट इन (पिन 36) :
जब इस पिन पर लॉजिक 0 अप्लाई करते हे तब माइक्रोप्रोसेसर रिसेट हो जाता हे।
क्लॉक आउट (पिन 37) :
इस पिन द्वारा अन्य डिवाइस को क्लॉक दी जाती हे।
ह ल डी ए (पिन 38 ) :
जब माइक्रोप्रोसेसर द्वारा डी एम ए रिक्वेस्ट मान ली जाती हे तब यह अपनी डाटा तथा एड्रेस बस को जेड स्टेट(हाई इम्पीडेन्स) में कर देता हे उसके बाद ह ल डी ए सिग्नल देता है।
होल्ड (पिन 39) :
इस पिन पर लॉजिक 1 द्वारा डी एम ए रिक्वेस्ट एप्लाइड की जाती है।
Vcc (पिन 40) : इस पिन पर 5 वोल्ट डी.सी. का पॉजिटिव टर्मिनल कनेक्ट किया जाता है।