कोरोना महामारी के कारण देश में पहली बार लॉकडाउन लगाया गया है जिसका मतलब होता है तालाबंदी।लॉकडाउन के कारण लोगो का घर से बाहर निकलना बंद हो गया ,सड़के सुनी हो गयी ,पार्क बंद हो गए , फैक्ट्रियों से धुआं निकलना बंद हो गया।लॉकडाउन के कारण लोगो को शारीरिक और मानसिक तौर पर कई समस्याए उठानी पड़ी लेकिन फिर भी इन सबके बीच लॉकडाउन के कुछ फायदे भी है।तो इस आर्टिकल में लॉकडाउन के फायदे क्या है, के बारे में बताने जा रहे है।
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रोड एक्सीडेंट और इसकी वजह से होने वाली मौतो में गिरावट
लॉकडाउन के कारण कोई भी घरों से बाहर नहीं निकला सिर्फ जरूरी कार्य के लिए बाहर निकले।इस कारण सड़कों पर आवाजाही बहुत कम हो गई जिसके कारण रोड एक्सीडेंट और उसके कारण मरने वाले की संख्या काफी कम हो गयी।
अपराध की घटना में कमी
लॉकडाउन से पहले आए दिन चोरी – चकारी, चेन स्नैचिंग, लूटपाट, मारपीट और हत्या जैसी घटनाएं आम बात थी।लेकिन लॉकडाउन के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकले इस कारण इन सारी घटनाओं या अपराध जगत में बहुत कमी आ गई।कहने का मतलब ये है की लॉकडाउन के दौरान क्राइम रेट में काफी कमी देखी गयी।
डॉक्टर के पास इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में कमी
लॉकडाउन की वजह से सब कुछ बंद था। इस कारण सभी ने बाहर के जंक फूड, फास्ट फूड और चाट समोसे खाना बंद कर दिये और खाये भी तो घर पर बनाकर खाये जो शुद्ध चीजों से बने हुए थे। इस कारण पेट में होने वाली समस्याओं से राहत मिल गई। इस कारण डॉक्टर के पास जाने वाले मरीजों की संख्या में काफी कमी आई।
इसके अलावा छोटी-मोटी समस्याओं जैसे खांसी – जुकाम के लिए घरेलू नुस्खे जैसे काढ़ा आदि का उपयोग करने लगे।इस कारण भी डॉक्टर के पास जाने वाले मरीजों की संख्या में काफी कमी आ गई।
नदियों के प्रदूषण में कमी
लॉकडाउन के कारण सभी उद्योग बंद थे।इस कारण लुग्दी एवं कागज उद्योग, चीनी उद्योग, वस्त्र उद्योग, चमड़ा उद्योग, शराब उद्योग, औषधि निर्माण उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग तथा रासायनिक उद्योगों से जो अपशिष्ट पदार्थ निकलते हैं, उनको जलस्रोतों में नहीं फेंका गया । इस कारण नदियों का पानी साफ हो गया ।
इसके अलावा सब लोग घरो में थे तो नदी के किनारे पर आना जाना भी बंद हो गया था।जिसकी वजह से प्लास्टिक व अन्य कचरा भी नदी में नहीं गया इस कारण भी नदिया इतनी साफ़ हो गयी जिसकी कल्पना करना भी कठिन था।
फालतू खर्चे कम हो गए
लॉकडाउन में लोगो की आमदनी कम हो गयी पर लोगो के फालतू खर्चे भी काम हो गए।लॉकडाउन के कारण मॉल, सिनेमा हॉल और रेस्टोरेंट बंद हो गए।जिसके कारण लोगो का इन चीजों पर होने वाला खर्चा बच गया और वैसे भी इन चीजों के नहीं होने से लोगो की लाइफ पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।इन सभी चीजों के होने से लोगो के जीवन पर एक्स्ट्रा खर्चा था अब इन चीजों के बंद होने कारण लोगो का इन पर होने वाला फालतू खर्चा कम हो गया।
वायु प्रदुषण हुआ कम
लॉकडाउन के कारण सभी लोग घरो में थे, उद्योग सब बंद थे इस कारण उधोग से निकलने वाला धुआँ, बसों, वायुयानों, और गाड़ियों से निकलने वाले धुएं बंद हैं।इसलिए इनके कारण होने वाला वायु प्रदुषण बिलकुल कम हो गया।इसके अलावा घरो पर काम करने से ऑफिस में चलने वाले ए. सी. भी बंद होने से वायु प्रदुषण कम हुआ।कहा जाता है जो काम सरकारे नहीं कर पायी वो काम लॉक डाउन के कारण हो गया।
ध्वनि प्रदुषण हुआ कम
लॉकडाउन की वजह से सभी उद्योग बंद थे।इस कारण कल-कारखानों में चलने वाली मशीनों से उत्पन्न आवाज बंद हो गयी,परिवहन के सभी साधन बहुत कम चल रहे थे और निर्माण कार्य बंद होने से निर्माण कार्यों में प्रयुक्त विभिन्न मशीनों और औजारों का प्रयोग भी नहीं होने से ध्वनि प्रदूषण काफी कम हो गया।
परिवार के साथ गुजार रहे ज्यादा वक्त
जो लोग परिवार के साथ रहते है उनके लिए लॉकडाउन में मजा आ गया क्योकि पहले वो काम की वजह से परिवार को बहुत कम टाइम दे पाते थे लेकिन अब लॉकडाउन के कारण कुछ लोगो की छुट्टी है , तो कुछ लोग घरो से ही काम कर रहे है।घर में होने के कारण अब वे अपने परिवार के साथ खाते है, खेलते है, टीवी देखते है और घरो के काम में मदद कर रहे है।
मदद के लिए आगे आये लोग
लॉकडाउन के कारण कई लोगो के रोजगार छीन गए इस कारण झुगी झोपड़ी में रहने वाले लोग और मजदुर के पास खाने का एक दाना भी नहीं था। तब धन धान्य से सम्पन्न लोग और समाजसेवी इनकी मदद के लिए आगे आये और किसी को भी भूखा नहीं सोने दिया।
कई मजदुर जो अपने घरो से दूर कही नौकरी करते है वो उसी जगह फंस गए।वो लोग घर जाना चाहते थे पर जा नहीं पा रहे थे।तब भी कुछ लोगो ने उनकी मदद करके उनको अपने घर पहुंचाया।
मुझे आशा है कि इस आर्टिकल में आपने लॉकडाउन के फायदे क्या है के बारे में जाना।