पॉलिटेक्निक क्या है (Polytechnic kya hai)

अगर आपने अभी अभी दसवीं कक्षा पास की है कि तो आपके मन मे भी ख्याल आ रहा होगा कि आगे क्या करे जैसे कोनसा सब्जेक्ट ले या फिर क्या कोर्स करे । अगर आपने 10th के बाद सही कोर्स चुन लिया जिसमे आपकी रूचि भी है, तो आपका आगे का केरियर अच्छा हो जाएगा । 10th के बाद अगर आपका मन टेक्निकल कोर्स मे जाने का है, तो पॉलिटेक्निक आपके लिए बहुत फायदेमंद है ।आज इस आर्टिकल मे पॉलिटेक्निक क्या है, उसकी योग्यता , कोनसी ब्रांच होती है आदि के बारे मे बताने वाले है ।

पॉलिटेक्निक क्या है

पॉलिटेक्निक एक टेक्निकल कोर्स है, जिसको सफलतापूर्वक करने के बाद आपको डिप्लोमा प्रदान किया जाता है ।इस कोर्स मे कई ब्रांच होती है जैसे इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, कम्प्युटर इंजीनियरिंग आदि । जिनका चयन आप अपनी रूचि के अनुसार कर सकते हो।

डिप्लोमा और बी टेक (टेक्निकल कोर्स है) मे अन्तर यह है कि डिप्लोमा करने के बाद डिप्लोमा का सर्टिफिकेट मिलता जबकि बी टेक करने के बाद डिग्री मिलती है ।

अगर आप किसी कोर्स को करने के बाद तुरंत जॉब चाहते है तो यह कोर्स आपके लिए लाभदायक है । डिप्लोमा करने के बाद आप जूनियर इंजीनियर की जॉब के लिए अप्लाई कर सकते है ।

 पॉलिटेक्निक क्या है

शैक्षणिक योग्यता

दसवीं और बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करनें के बाद आपको पॉलिटेक्निक में प्रवेश मिल सकता है। लेकिन 10th या 12th करने के बाद पॉलिटेक्निक में प्रवेश लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है। जिसमे आप अच्छी रैंक लाकर मनपसंद ब्रांच और सरकारी कॉलेज को चुन सकते है। इसके अलावा कई स्टेट में 10th की परसेंटेज के आधार भी सरकारी कॉलेज में एडमिशन पा सकते है।

10th के बाद पॉलिटेक्निक कैसे करे

10th के बाद पॉलिटेक्निक करने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ेगा। जिसके अंको के आधार पर आपको ब्रांच और कॉलेज मिलेगा।

अगर आपके अच्छे अंक आते है, तो मनपसंद सरकारी कॉलेज और ब्रांच मिल जायेगी जहाँ आपकी फीस भी कम लगेगी। लेकिन अगर कम अंक आये तो फिर आप निजी कॉलेज का चयन कर सकते है, जहाँ फीस ज्यादा लगती है।

10th के बाद पॉलिटेक्निक करने में 3 साल का समय लगता है।

12th के बाद पॉलिटेक्निक कैसे करे

अगर आप 12th के बाद पॉलिटेक्निक करना चाहते है तो आपको यह फायदा होगा कि आपको सीधे सेकण्ड ईयर में एडमीशन मिल जायेगा। लेकिन उसके लिए 12वी कक्षा भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry) और गणित (Maths) विषय से पास होनी चाहिए।

लेकिन अगर आप 12वी कक्षा अन्य सब्जेक्ट जैसे आर्ट्स या फिर कॉमर्स से पास करते है तो फिर आपका एडमिशन 10th को कंसीडर करके ही होगा। मतलब आपका एडमिशन फर्स्ट ईयर में ही होगा।

अगर किसी स्टूडेंट ने ITI कर रखी है, तो वो भी आगे डिप्लोमा कर सकता है। लेकिन उनका एडमिशन भी सीधे सेकण्ड ईयर में होगा।

पॉलिटेक्निक कैसे करे

पॉलिटेक्निक में प्रवेश 10th या 12th कक्षा पास करने के बाद ले सकते है। इसके बाद आपको पॉलिटेक्निक करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है। जिसमे आप अच्छी रैंक लाकर मनपसंद ब्रांच और सरकारी कॉलेज को चुन सकते है।

एडमिशन लेने के बाद जिस ब्रांच को आपने चुना है, उस ब्रांच से सम्बन्दित पड़ाई करते है। 3 साल के इस कोर्स में कही जगह इयरली सिस्टम है और कही सेमेस्टर सिस्टम। पहले साल तो सभी ब्रांच का कोर्स लगभग समान होता है उसके बाद सेकंड और थर्ड ईयर में अपनी ब्रांच से रिलेटेड पड़ाई करते है।

सेकंड ईयर कम्प्लीट होने के बाद इंटरनशिप भी करनी होती है। जिसमे आपको आपकी ब्रांच से रिलेटेड कम्पनी में जाकर ट्रैनिंग करनी पड़ती है। 3 साल सफलतापूर्वक करने के बाद आपको डिप्लोमा का सर्टिफिकेट मिल जाता है।

पॉलिटेक्निक कोर्स में चलने वाली ब्रांच (Polytechnic course)

इस कोर्स में कई ब्रांच है जिनका चयन आप अपनी रूचि के अनुसार कर सकते हो। इनमे से कुछ प्रमुख ब्रांचे निम्न है –

  • कंप्यूटर इंजीनियरिंग (Computer Engineering)
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical engineering)
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (Electrical engineering)
  • सिविल इंजीनियरिंग (Civil engineering)
  • केमिकल इंजीनियरिंग (chemical engineering)
  • इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग (Electronic Engineering)
  • ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग (Automobile engineering)
  • इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (Electronics and communication engineering)

पॉलिटेक्निक कोर्स की फीस

जैसा कि आपको पहले बताया है कि इस कोर्स की फीस सरकारी कॉलेज में कम और प्राइवेट कॉलेज में ज्यादा होती है। सरकारी कॉलेज की फीस 5000 से 15000 पर ईयर के बीच होती है जबकि प्राइवेट कॉलेज में 10000 से 50000 पर ईयर तक होती है।

पॉलिटेक्निक करने के बाद क्या करें?

आजकल विद्यार्थी कोई भी कोर्स करने के बाद सोचते है कि अब क्या करे लेकिन इस कोर्स को करने के बाद आपके पास दो ऑप्शन होते है।

पहला ऑप्शन यह है की अगर आपको जॉब की जरुरत है, तो आप डिप्लोमा करने के बाद प्राइवेट या सरकारी नौकरी (एग्जाम क्लियर करके ) कर सकते है।

दूसरा ऑप्शन यह है की अगर आपका मन आगे पड़ने का है, तो आप डिप्लोमा करने के बाद इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेकर बी टेक कर सकते हैं। इंजीनियरिंग कॉलेज में भी आपका एडमिशन सेकंड ईयर में मिलेगा क्योकि आपने डिप्लोमा कर रखा है। इसको करने का फायदा यह होगा की आपको डिग्री भी मिल जायेगी।

पॉलिटेक्निक करने के फायदे

  • पहला और सबसे मत्वपूर्ण फायदा यह है कि अगर आप जल्दी जॉब चाहते है। तो इस कोर्स को करने के तुरंत बाद आपको जॉब मिल जाएगी।
  • इस कोर्स को करने से आपको प्रैक्टिकल नॉलेज मिलती है।
  • डिप्लोमा करने के बाद आप प्राइवेट जॉब के साथ साथ सरकारी नौकरी में भी जैसे लोको पायलट ,जूनियर इंजीनियर, लैब इंस्ट्रक्टर आदि पोस्ट के लिए अप्लाई कर सकते है।
  • अगर आप टेक्निकल फील्ड में जाना चाहते है और आपके पास इंजीनियरिंग करने के लिए पैसा नहीं है। तो आप कम पैसो में डिप्लोमा कर सकते है।
  • पॉलिटेक्निक करने के बाद आपको इंजीनियरिंग में सीधे सेकण्ड ईयर में प्रवेश मिलता है और एक फायदा यह भी होता है की आपके बहुत सारे सब्जेक्ट डिप्लोमा में पड़े हुए होते है।

कोर्स का चुनाव ध्यान पूर्वक करे

आपको इस आर्टिकल polytechnic kya hai है में समझ आ गया होगा की पॉलिटेक्निक क्या होती है, इसमें कोनसी ब्रांचे होती है ,इसकी फीस क्या होती है आदि। लेकिन एक बहुत महत्वपूर्ण बात यह है की अगर आप यह कोर्स करना चाहते है तो बहुत सोच समझकर अपनी रूचि के अनुसार ब्रांच का चयन करे।

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